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ग्राम पंचायतों में आडिट के कार्य में जमकर होता है अवैध उगाही?

अकील मेमन

छुरिया: सरकार विभिन्न विभागों मे भ्रष्टाचार को पकड़ने आडीटरो की नियुक्ति करते है,उसका उद्देश्य होता केन्द्र व राज्य सरकार से मिलने वाली राशि का उपयोग सही कार्य मे हो रहा है, या नही आडीटर का कार्य किए गए कार्यो पर नियम से भूगतान हुआ है, या राशि हड़पने के लिए उसमे गोलमाल किया गया है।

भ्रष्टाचार को पकड़ा कर कार्यवाही करना इनका कार्य है,मगर सूत्रों से जानकारी है, ग्राम पंचायतो मे आडीटरो द्वारा आडीट के कार्य मे संरपंच सचिव से जमकर उगही करते है।

जिले मे नियुक्त आडीटर आडिट के कार्य को अवैध उगाही का जरीया बनाया

राजनांदगांव जिला के छुरिया ब्लाक के अनेक ग्राम पंचायतों मे सांसद व विधायको व जनपद अध्यक्ष अपने निधि से कुछ ग्राम पंचायतों मे विभिन्न कार्य जिसमें सबसे ज्यादा हाईमास्ट लाईट के नाम ग्राम पंचायतों को राशि देकर नियम विरुद्ध कार्य ग्राम पंचायत द्वारा करवाया जा रहा है,जबकि इस कार्य को क्रेडा के द्वारा टेडंर प्रक्रिया से करना है,सूत्रो से खबर है,

अनेक ग्राम पंचायतों मे सांसद व विधायक निधि से राशि जारी खेल मैदान व गाँव के वार्डो मे मुर्मी डालने जैसे गैर जरूरी कार्य के लिए अपने करिबी ठेकेदारों को उनके खास संरपचो को बड़ी राशि जारी कर कार्य मे बड़े पैमाने मे गड़बड़ी करने का जानकारी है, ऐसे कार्यो मे राशि हजम करने स्थानीय जनप्रतिनिधि सरपंच व सचिव पर सत्ता का भय दिखाकर कार्य ठेकेदार कर रहे है ।संरपचो को सिर्फ फिक्स कमिशन दे दिया जाता है।

पन्द्रहवें वित्त का राशि ग्रामीण क्षेत्र मे मुलभूत सुविधाओं व जरूरी कार्य के लिए

सत्ता सरकार किसी भी दल का हो पन्द्रहवेवित्त के राशि का रैलियों मे वाहन व्यवस्था खाने व सांस्कृतिक आयोजन के कार्यों मे खुलकर दूरूपयोग होता है,सूत्रो से जानकारी है,मजबूर अधिकारीयो द्वारा अक्सर चुनें हुए जनप्रतिनिधियो को खुश करने उक्त राशि का नियम से हटकर सरकारी आयोजन रैलियों मे भीड़ इकट्ठा करने ऐसे आयोजन मे उक्त राशि का नियम को दरकिनार कर वाहन भूगतान व खाने मे खर्च करवाया जाता है।

क्या इस बात कि जानकारी विपक्ष के विधायक सांसदों को नही होता है, ऐसा संभव नहीं है, जनता के मुलभूत सुविधाओं के लिए शासन से प्राप्त राशि को सत्ता दल के जनप्रतिनिधियों द्वारा अधिकारियों पर सत्ता का प्रभाव का से अनेक कार्यक्रमों मे भूगतान कराकर भीड़ जुटाकर राजनीतिक लाभ पहुचाया जाता है,सत्ता के दबाव मे बेबस अधिकारी खुलकर इनका साथ भी देते है।

आडीटरो के कार्य का हो आडिट बड़े पेमाने मे काली कमाई का होगा खुलासा?

ग्राम पंचायत के संरपच सचिव द्वारा ऐसे कार्यों मे नियम विरुद्ध राशि आहरण कर खर्च किए होते है,बताते यही गडबड़ी व काले कारनामों पर पर्दा डालने संरपच सचिव आडीटरो को मोटी रकम का भेट देने का चर्चा है।आडीटरो द्वारा चड़ावा लेकर मामले को रफादफा करने के खेल मे लाखो रूपये का काली कमाई किया जाता है।

प्रबुद्धजनों का मांग है शासन को चाहिए कभी आडीटरो के कार्यों का आडिट कराए तो एक बड़ा लीपापोती का मामला उजागर होगा व उनके चलअंचल संमपत्ति का जाँच कराए तो एक बड़ा खुलासा हो सकता है।

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