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रिटायर्ड कैप्टन से 11 करोड़ की ठगी; भारी मुनाफे के सपने दिखा बनाया शिकार

नई दिल्ली : साइबर क्राइम और डिजिटल अरेस्ट कर ठगी के मामले अब रोजाना बढ़ रहे है. रोजाना इनसे जुड़े कई मामले सामने आ रहे हैं. अब महाराष्ट्र के कोलाबा से ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां, साइबर जालसाजों ने 75 साल के सेवानिवृत्त मर्चेंट नेवी कैप्टन से शेयर बाजार में निवेश पर भारी मुनाफे का लालच देकर 11.16 करोड़ रुपये ठग लिए. पुलिस के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने इसकी जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि साइबर धोखाधड़ी के मामले में कुख्यात बदमाश कैफ इब्राहिम मंसूरी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसके पास से अलग-अलग बैंकों के 33 डेबिट कार्ड और 12 चेक बुक बरामद की हैं.

पुलिस ने बताया कि पीड़ित की शेयर बाजार में निवेश में काफी रुचि थी. जालसाजों ने उन्हें फंसाने के लिए इसका ही सहारा लिया और उन्हें निवेश पर भारी मुनाफे का लालच दिया. अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में पीड़ित को अपने ऑनलाइन निवेश खाते में मुनाफा दिखाई दिया. हालांकि, जब उन्होंने अपना मुनाफा निकालने की कोशिश की तो उन्हें 20% सेवा कर शुल्क का भुगतान करने के लिए कहा गया. इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है. फिर उन्होंने दक्षिण साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने बताया, ‘इस साल अगस्त और नवंबर के बीच पीड़ित से 11.16 करोड़ रुपये की ठगी की गई.’

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जांच के दौरान अधिकारियों को पता चला कि जालसाजों ने रुपये निकालने के लिए कई बैंक खातों का इस्तेमाल किया. पीड़ित ने इन खातों में 22 बार धन राशि अंतरित की थी. दो खातों की निगरानी करने पर पुलिस को पता चला कि एक महिला ने चेक के माध्यम से छह लाख रुपये निकाले थे, जिसने ‘केवाईसी’ सत्यापन के लिए पैन कार्ड उपलब्ध कराया था.

पूछताछ में महिला ने कैफ इब्राहिम मंसूरी के कहने पर रुपये निकालने की बात कबूल की. पुलिस ने मंसूरी को दक्षिण मुंबई से गिरफ्तार किया, जहां उसके पास 12 विभिन्न बैंक खातों से जुड़े 33 डेबिट कार्ड मिले जिनका इस्तेमाल पीड़ित की धन राशि से 44 लाख रुपये अंतरित करने के लिए किया गया था. अधिकारी ने बताया कि मामले में जांच जारी है.

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हाल ही में मुंबई की एक 77 साल की बुजुर्ग महिला से जालसाजों ने 3.8 करोड़ रुपये की ठगी की है. महिला को फर्जी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक महीने तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा गया और गिरफ्तारी की धमकी दी गई. यह सब एक फोन कॉल से शुरू हुआ. एक दिन, महिला को व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें कहा गया कि उसने ताइवान को जो पार्सल भेजा था, उसे रोक दिया गया है.

कॉल करने वाले ने दावा किया कि 5 पासपोर्ट, एक बैंक कार्ड, 4 किलो कपड़े और MDMA ड्रग्स जब्त किए गए हैं. इसके बाद उसे 1 महीने तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया है और 3.8 करोड़ की ठगी की गई. ठगी का एहसास होने के बाद उसने पुलिस में इसकी शिकायत दी.

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